क्रिकेट में काफी बार हमें अंपायरों द्वारा गलत फैसले देखने को मिलते हैं जो काफी टीमों के लिए हार की वजह भी बनती हैं. अंपायर का एक गलत फैसला मैच को बदल देता हैं जिससे काफी नुकसान टीमों को होता हैं.
अॉन फिल्ड अंपायरों के गलत फैसलों की एक तरह से उतन आलोचना नहीं होती, लेकिन अगर कोई थर्ड अंपायर गलत फैसला देता हैं तो उसकी हमेशा काफी ज्यादा आलोचना की जाती हैं.
अब सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में तामिलनाडु और ओड़िशा के बीच मुकाबले में हमे कुछ ऐसा ही देखने को मिला. तामिलनाडु और ओड़िशा के बीच खेले गए मैच में थर्ड अंपायर ने एक खराब फैसला दिया जिस वजह से ओड़िशा को 1 रन से ये मैच हारना पड़ा.
तामिलनाडु ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 165 रन बनाए. तामिलनाडु की तरफ से एन जगदीशन ने 37, बाबा अपराजित ने 44, तो एम मोहम्मद ने 27 रनों की पारी खेली.
फिर इस लक्ष्य का पीछा करते हुए ओड़िशा की तरफ से सुंभ्राशु सेनापती ने 67 रनों की पारी खेली तो अभिषेक राउत ने 38 रनों की पारी खेली.
आखिर में ओड़िशा को 3 गेंदों में 12 रनों की जरूरत थी और बल्लेबाज ने एक शानदार शॉट लगाया जिसे मुरुगन अश्विन ने फिल्डिंग किया, लेकिन रिप्ले में साफ दिख रहा था की ये चौका था और गेंद सीधे बाउंड्री लाइन को लगी थी, लेकिन थर्ड अंपायर ने बड़ा अजीब फैसला दिया और इसको चौका नहीं दिया जिससे सभी को काफी हैरानी हुई.
सोशल मीडिया पर इस फैसले की कड़ी आलोचना की जा रही है और वसीम जाफर ने भी इस फैसले की कड़ी आलोचना की हैं.
वसीम जाफर ने ट्विटर पर लिखा कि,” ये थर्ड अंपायर ने चौका नहीं दिया जिस वजह से ओड़िशा को 1 रनों से हार का सामना करना पड़ा.”
रिप्ले में इतना साफ दिखने के बावजूद थर्ड अंपायर ने ऐसा निर्णय लिया जिससे सभी को हैरानी हुई.
Worst umpiring ever 😡
ODISHA lost the match by 1 run because of umpiring 😔 pic.twitter.com/Kp2GZzqrfX— msc media (@mscmedia2) November 5, 2021