प्रवीण कुमार भारत के उन् गेंदबाजों में शामिल है जिनका नाम ज्यादा नहीं लिया जाता है लेकिन उन्होंने शांति से अपना नाम कर के दिखाया है।
उनके प्रदर्शन की काफी ज्यादा तारीफ की जाती है जहाँ उन्हें जब भी मौक़ा मिलता है वो कमाल का प्रदर्शन कर के दिखाते है और इसी कारण उनके काफी लोग फैन्स है।
उन्हें गेंद को दोनों ओड़ घुमाने के लिए जाना जाता था जहाँ वो इसी पर निर्भर किया करते थे और उन्होंने काफी बल्लेबाजों को बीट किया है।
उनका जन्म 2 अक्टूबर 1986 को शामली डिस्ट्रिक्ट के लाप्राना नामक एक छोटे से गाव में हुआ था और उन्होंने शुरूआती दिनों में काफी सारी परेशानी देखि है।
उनके पिताजी का नाम साकेत सिंह खैवल है जहाँ वो पुलिस में हेड कांस्टेबल थे और उन्होंने इसके जरीय ही परिवार का पालन पोषण किया है और उन्हें काफी माना जाता है।
उन्होंने 2004 के विजय हजारे ट्राफी में शानदार प्रदर्शन किया था जहाँ उन्होंने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे और इसी कारण वो काफी प्रसिद्ध हुए थे।
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ही साल 2007 में वनडे में डेब्यू किया था जहन उन्होंने जयपुर के मैदान में अपना पहला मुकाबला खेला था।
इसी के साथ उन्होंने और भी लगातार सीरीज खेली थी और उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 2011 के विश्वकप के लिए चुना गया था जहाँ लेकिन चोट के कारण वो बाहर हो गए थे।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के डेब्यू पर ही इतिहास रच दिया था जहाँ उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2011 में डेब्यू किया था और उन्होने इस मुकाबले में 5 विकेट चटका दिए थे।
उन्होंने अभी तक आईपीएल में काफी टीमो के लिए खेला हिया उन्होंने बैंगलोर, मुंबई इंडियंस, राजस्थान रॉयल्स और पंजाब के लिए काफी मुकाबले खेले है।
उनके कैरियर की बात ई जाए टी उन्होंने अभी तक उन्होंने भारत के लिए 6 टेस्ट, 68 वनडे और 10 टी20 मुकाबले खेले है जिसमे उनके नाम 27, 77 और 8 विकेट है।
इसी के साथ उन्होंने आईपीएल में काफी टीमो के तरफ से खेलते हुए कुल 119 मुकाबले खेले है जहाँ इस दौरांन उन्होंने कुल 90 विकेट चटकाए है। उन्होंने 2018 में क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था।