भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा इन दिनो काफी सुर्खियां बटोर रहे है। खासतौर पर वे इन दिनो रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज को लेकर काफी चर्चाओं में है।
रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के फाइनल मुकाबले में नमन ओझा ने श्रीलंका के खिलाफ धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 71 गेंदों में 108 रन बना डाले और भारत की जीत की नींव रखी।
39 साल के नमन ओझा ने जिस तरह से रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में बल्लेबाजी की है, वो उनके कौशल को दिखाता है।
नमन ओझा का जन्म 20 जुलाई 1983 को उज्जैन (मध्य प्रदेश) में हुआ। उनके पिताजी का नाम विनयकुमार ओझा है। उनके मातापिता उनके सपनोँ को पुरा करने के लिए हमेशा उन्हें प्रेरित करते है।
नमन ओझा की शादी अंकिता से हुई है और इन दोनों को एक लड़की भी है। नमन अपने मातापिता और अपने परिवार से बहुत प्यार करते है और इसलिए वो ख़ुशी के मौके को उनके साथ मनाते है।
लेकिन दोस्तो नमन ओझा को इस तरह से बल्लेबाजी करते हुए देखकर आपको उनके इंटरनेशनल कैरियर के रिकॉर्ड के बारे में जानने की उत्सुकता होगी।
अगर हम नमन ओझा के कैरियर के बारे में बताए तो नमन ओझा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अब तक के सबसे बदकिस्मत खिलाड़ी रहे है।
नमन ओझा का क्लास और केलिबर उनकी बल्लेबाजी में साफतौर पर देखा जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट, 1 वनडे और 2 टी20 मैच खेले है।
2007 एनकैपी सॉल्वे चैलेंजर ट्रॉफी के बाद से नमन ओझा घरेलू क्रिकेट में ऐसा नाम बना गए थे, जिसके बारे में जोरो शोरो से चर्चाएं होने लगी थी।भारतीय टीम में शामिल होने के लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की।
वही नमन ओझा भारतीय घरेलू क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे।जिन्होने राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए भी आईपीएल में खेला है।
नमन ओझा क्लीन स्ट्राइकर ऑफ द बॉल है। मतलब अपने दिनो में वे किसी भी गेंदबाजी लाइनअप को तबाह करने का जज्बा रखते थे।नमन ओझा जिस समय क्रिकेट जगत में थे उस समय भारतीय टीम में एमएस धोनी का नाम चलता था।
नमन ओझा का भारत डेब्यू 2010 में जिम्बाब्वे दौरे पर 1 वनडे और टी20 के दौरान हुआ था।उस समय टीम में नमन ओझा को बतौर विकेटकीपर शामिल किया गया था।
नमन ओझा को टीम में तब किया गया था, जब चयनकर्ताओं ने विकेटकीपर समेत कई अच्छे खिलाड़ियों को आराम देने का फैसला किया था।
नमन ओझा का टेस्ट डेब्यू 32 साल की उम्र में अगस्त 2015 में भारत के श्रीलंका दौरे के तीसरे टेस्ट में हुआ था।रिद्धिमान साहा को हैमस्ट्रिंग चोट के कारण इस मैच से बाहर बैठना पड़ा था, इस मैच में नमन ओझा ने 56 रन बनाने के साथ साथ 4 कैच और 1 स्टंपिंग भी की थी।