CSK के कोच फ्लेमिंग का बड़ा खुलासा, खराब फॉर्म नही बल्कि इस वजह से अंबाती रायडू ने लिया संन्यास

    आईपीएल के इस सीजन में सीएसके टीम काफी मुश्किलों में आगे बढ़ी है। वैसे तो सीएसके टीम आईपीएल की सबसे मजबूत टीम मानी जाती है, लेकिन इस साल सीएसके का सफर कुछ खास नहीं रहा। शुरुवात से ही टीम को कई विवादो का सामना करना पड़ा। और अब लीग के समाप्त होने पर भी टीम में विवाद थमने का नाम नही है।

    इन विवादो में अंबाती रायडू का सन्यास वाला ट्वीट भी जो की सीएसके की सारी सच्चाई सामने जाहिर करता है। जिसके विषय में अब टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कुछ बयान पेश किए है। और अंबाती रायडू के इस ट्वीट के पीछे की असली वजह बताई। आइए बताते है, की आखिर स्टीफन फ्लेमिंग ने ऐसा क्या कहा,


    सीएसके के दमदार मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज अंबाती रायडू ने हाल ही में आईपीएल में अगले साल से ना खेलने का फैसला किया है। अंबाती रायडू ने अपने इस फैसले में आईपीएल की दो सबसे बड़ी टीमें मुंबई इंडियंस और सीएसके के साथ जुड़े रहने का धन्यवाद किया, और अब अगले साल से आईपीएल में खेलते हुए नही दिखेंगे।

    उनके इस ट्वीट के बाद हर कोई हैरान है। हालाकि इस ट्वीट के कुछ ही देर बाद उन्होंने इसे डिलीट भी किया था। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने सीएसके के सीईओ काशी विश्वनाथ के सामने आकर इसके बारे में कहा था, की अंबाती रायडू अभी सन्यास नही ले रहे वे लगातार सीएसके टीम के साथ अपने सफर को आगे बढ़ाएंगे। स्टीफन फ्लेमिंग जब प्रेस से बातचीत करने के लिए सामने आए, तब उनसे अंबाती रायडू के बारे में कई प्रकार के सवाल पूछे गए जिस पर स्टीफन फ्लेमिंग ने बताया, की ये खिलाड़ी की कोई निराशा में किया गया फैसला नहीं था।

    मैं ईमानदारी से कहूं तो, यह शायद किसी बात पर थोड़ा खफा हो जाने के जैसा था। लेकिन मुझे लगता है कि वो ठीक है। इस वजह से टीम के अंदर कुछ नहीं बदला है और ऐसी बातें टीम के लिए मायने भी नहीं रखती है। अब सब कुछ सही है। सीएसके टीम अंबाती के साथ जुड़े इस विवाद से प्रभावित नहीं है।

    बताना चाहेंगे, की 36 साल के इस मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज को गुजरात टाइटंस के खिलाफ होने वाले मैच में टीम से बाहर कर दिया गया था, हालाकि इसके बाद भी टीम को इस मुकाबले में 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। आपको याद होगा, की मेगा ऑक्शन के चलते जब सुरेश रैना को टीम में शामिल नहीं किया था, उसी समय से टीम विवादो का सिलसिला शुरू हो गया था।

    इस विवाद पर फैंस इतने नाराज हुए थे, की उन्होंने टीम को बॉयकॉट करने तक की बात कह दी थी। इसके बाद टीम की कप्तानी धोनी नही बल्कि जडेजा के हाथो चली गई, और 8 मुकाबले खत्म करने के बाद फिर से कप्तानी धोनी को दे दी गई। इसके अलावा रवींद्र जडेजा का चोटिल होकर टीम से बाहर होना विवादो वाला हिस्सा था।

    और अब अंबाती रायडू के सन्यास वाले फैसले पर सीईओ का सामने आकर अपनी बात पेश करना, इन सभी बातचीतो के सामने एक बात साफ है, की टीम के अंदर कुछ बात तो जरूर है जो काफी अलग है। और किसी के सामने नहीं आ पा रही है।