साल 2003 का विश्वकप सभी का एक पसंदीदा विश्वकप रहा हैं और उससे जुड़ी काफी सारी यादें मौजूद हैं. साल 2003 का विश्वकप अॉस्ट्रेलिया ने जीता था और भारत को फाइनल में हराया था.
साल 2003 के विश्वकप में कुछ खिलाड़ियों ने कमाल का प्रदर्शन किया था और आज हम आपको साल 2003 विश्वकप की बेस्ट एकादश बताएंगे.
सलामी जोड़ी: सचिन तेंदुलकर और एडम गिलक्रिस्ट
साल 2003 विश्वकप के सबसे शानदार खिलाड़ी अगर कोई थे तो वो सचिन तेंदुलकर थे. सचिन तेंदुलकर ने उस विश्वकप में 673 रन बनाएं थे जो एक विश्वकप में सबसे ज्यादा रनों का आज भी रिकॉर्ड है. तो सलामी जोड़ी में सचिन तेंदुलकर के एडम गिलक्रिस्ट हैं जिन्होंने उस विश्वकप में तुफानी बल्लेबाजी की थी और 400 से ज्यादा रन बनाएं थे.
मिडल अॉर्डर: रिकी पॉन्टिंग, सौरव गांगुली और डेमियन मार्टिन
मिडल अॉर्डर की बात करें तो रिकी पॉन्टिंग, सौरव गांगुली और डेमियन मार्टिन को जगह मिली है. रिकी पॉन्टिंग की फाइनल में वो पारी कौन भूल सकता हैं जिसने भारतीय टीम के अरमानों पर पानी फेर दिया था. तो सौरव गांगुली उस विश्वकप में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. डेमियन मार्टिन ने भी उस विश्वकप में कमाल का प्रदर्शन किया था.
अॉल राउंडर: स्कॉट स्टाईरीस और एंड्रयू साइमंड्स
साल 2003 के विश्वकप में स्कॉट स्टाईरीस और एंड्रयू साइमंड्स ने शानदार प्रदर्शन किया था और दोनों ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में कमाल किया था. दोनों ने बल्लेबाजी में कमाल की पारियां खेली थी और इस टीम में उन दोनों को बतौर अॉल राउंडर जगह मिली है.
गेंदबाज: चमिंडा वास, मुथैया मुरलीधरन, ग्लैन मैग्राथ और ब्रेट ली
साल 2003 के विश्वकप में कुछ गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, लेकिन चमिंडा वास, मुथैया मुरलीधरन, ग्लैन मैग्राथ और ब्रेट ली ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था और वो इस टीम के 4 गेंदबाज होंगे.
साल 2003 विश्वकप की बेस्ट एकादश: सचिन तेंदुलकर, एडम गिलक्रिस्ट, रिकी पॉन्टिंग, सौरव गांगुली, डेमियन मार्टिन, स्कॉट स्टाईरीस, एंड्रयू साइमंड्स, ब्रेट ली, ग्लैन मैग्राथ, चमिंडा वास और मुथैया मुरलीधरन