आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस के लिए कमाल दिखाने वाले उनके विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा का बड़ा बयान सामने आया है। जिन्होंने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर ये बात कही है, की वे आने वाले रणजी ट्रॉफी में नॉकआउट के लिए अपने राज्य की तरफ से नहीं खेलेंगे। इसके अलावा साहा का बंगाल टीम के साथ का कैरियर भी अब समाप्त हो चुका है। साहा ने साल 2007 में इसी टीम के साथ अपना रणजी डेब्यू किया था। इस राज्य के लिए साहा ने 122 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 102 लिस्ट ए मैच भी खेले है। फिलहाल रिद्धिमान आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस के लिए खेल रहे है, और गुजरात में आईपीएल फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित करली है, रविवार को इसका फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।
इसी बीच सीएबी अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने अपने एक बयान में बताया, की बंगाल क्रिकेट संघ चाहता था, की साहा ऐसे समय में जब उनकी टीम रणजी ट्रॉफी नॉकआउट में खिताब जीतने की कोशिश करे, तो वे टीम के साथ रहे। मैने साहा से ये बात कही और उनसे इस फैसले पर दुबारा सोचने के लिए भी बोला है। हालाकि इस बार साहा में हमे बता दिया की वे रणजी खेलने के मूड में नहीं है।
सीएबी के अधिकारी ने ये भी कहा, की साहा ने अभी तक अनापत्ति प्रमाण नही मांगा है, लेकिन जब वे इसे लेगे तब हम उन्हें देने से मना नहीं करेगे। अधिकारी में समाचार एजेंसी पीटीआई से बताया, की हमने साहा को मनाने की भरपूर कोशिश की, इतना ही नही बल्कि हमने उन्हें उनके बचपन के कोच जयंत भौमिक द्वारा भी मनाया। लेकिन उन्होंने अपना पक्का फैसला कर लिया है, की अब वे बंगाल के लिए नही खेलेंगे, जब वे एनओसी लेगे तब उन्हें वह दे दी जाएगी।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक साहा ने अब बंगाल टीम का व्हाट्सएप ग्रुप भी छोड़ दिया है। जिसके चलते बंगाल टीम के एक कोचिंग स्टाफ के सदस्य ने बताया, की मैं साहा के फैसले पर कुछ नही कह सकता, लेकिन अब परिस्थितियां साफ हो चुकी है, और हम आगे के बारे में सोच विचार कर सकते है। सबसे पहले साहा ने ग्रुप स्टेज में खेलने से मना किया था जिसके पीछे उन्होंने निजी कारणों का बहाना बनाया था। हालाकि ये फैसला उन्होंने फरवरी में भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद किया था।
इसके बाद में सीएबी के सचिव देवब्रत ने साहा के प्रतिबद्धता पर कई प्रकार के सवाल किए थे। बता दे, की साहा को रणजी ट्रॉफी में मात्र उनके आईपीएल के शानदार फार्म को लेकर चुना गया था। हालाकि इस दौरान साहा ने कहा, की चयन करने से पहले एक बार उनसे सलाह लेनी चाहिए थी।