रोहित शर्मा भारत के और दुनिया के फिलहाल वनडे और टी ट्वेंटी फॉर्मेट में सबसे शानदार बल्लेबाज हैं. रोहित शर्मा ने वनडे और टी ट्वेंटी क्रिकेट में काफी रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं और वो कमाल के बल्लेबाज हैं.
रोहित शर्मा ने जब अपने करियर की शुरुआत की तब वो मिडल अॉर्डर में बल्लेबाजी करते थे और 2008 से 2012 तक वो मिडल अॉर्डर में बल्लेबाजी करते थे, लेकिन उस दौरान उनको उतनी सफलता नहीं मिली.
जब साल 2013 में रोहित शर्मा को महेंद्र सिंह धोनी ने बतौर सलामी बल्लेबाज करने भेजा उसके बाद से उनका करियर ही बदल गया. रोहित शर्मा ने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और दुनिया के एक बेहतरीन सलामी बल्लेबाज बने.
रोहित शर्मा के करियर में कई उतार चढ़ाव आए हैं, लेकिन आज उन्होंने अपने करियर के सबसे खराब दौर के बारें में बात की हैं. रोहित शर्मा ने कहां कि,” मेरे करियर का सबसे ख़राब समय 2011 विश्वकप के दौरान था जब मुझे उस विश्वकप में भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी.”
रोहित शर्मा ने कहां कि,” उस विश्वकप में खेलना मेरा सपना था, लेकिन मुझे जगह नहीं मिली थी और मेरी ही गलती की वजह से मुझे मौका नहीं मिला था. मेरा प्रर्दशन काफी ख़राब था और उसका खामियाजा मुझे भुगतना पड़ा था.”