रमेश पवार भारत के पूर्व भारतीय खिलाड़ी है जहाँ उन्होने भारत के लिए कुछ ज्यादा मुकाबले तो नही खेले है लेकिन वो एक काफी ज्यादा प्रसिद्ध खिलाड़ी है।
वो भारत के तरफ से खेलने के बाद कोच भी बने जहां उनके पास कोचिंग का भी अच्छा-खासा अनुभव है और वो इस कारण भी चर्चे में थे।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की उनका जन्म महाराष्ट्र के मुंबई शहर में 20 मई 1974 को हुआ था जहाँ वो अभी ४४ साल के है और क्रिकेट से दूर है।
वो एक दाए हाथ के बल्लेबाज़ थे वही इसी के सतह जरुरत पड़ने पर वो बाए हाथ की स्पिन गेंदबाज़ी भी किया करते थे। वो दोनों ही डिपार्टमेंट एम् टीम की मदद किया करते थे।
उन्होंने घरेलु क्रिकेट में काफी सालो तक खेला है जहाँ वो मुंबई के तारफ से खेलते हुए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और 2002-03 के सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसके बाद उन्हें सभी लोग ने पहचाना और उनके प्रदर्शन की काफी ज्यादा सहारना हुई और इसी कारण भारत में जगह बना पाए।
उन्हें पाकिस्तान के दौरे के लिए चुना गया था जहाँ उन्हें उस दौरे पर मौक़ा नही मिला वही इसके कुछ सालो बात हमे 2006 में वो वापिस से भारत के तरफ से खेलते हुए दिखे।
इसके बाद 2007 में उन्हें चोट के कारण टीम छोडनी पड़ी और अनिल कुंबले ने उनकी जगह ली और रमेश की खराब फील्डिंग हमेशा उन्हें बाहर का रास्ता दिखाते रही।
इसके बाद आईपीएल के पहले सीजन में उन्होंने किंग्स एलेवेन पंजाब के तरफ से हिस्सा लिया था जहाँ उन्होंने पहले ही ओवर में एक विकेट चटका दिया था।
इतने लम्बे कैरियर के बाद उन्होंने रणजी ट्राफी के 2015-16 के सीजन के समाप्ति के बाद उन्होंने क्रिकेट के सारे फॉर्मेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी।
उन्होंने भारतीय महिला टीम की कोचिंग भी करी है जहाँ 2018 के विश्व’कप के दौरान ये विवाद भी छिड़ा था की उन्होंने 2018 के विश्वकप के सेमिफाइनल में मिताली राज को खेलने नही दिया था।