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140 रन बनाने वाले क्विंटन डी कॉक को नही, बल्कि केएल राहुल ने इस खिलाड़ी को दिया प्लेऑफ में पहुँचने का श्रेय

आईपीएल 2022 का 66वा मुकाबला मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जा चुका है। जहां लखनऊ सुपर ज्वाइंट्स और केकेआर टीमें आपस में एक दूसरे से टकराई थी। इस मुकाबले को लखनऊ सुपर ज्वाइंट्स ने अपने खाते में किया और 2 रनो से जीत हासिल की।

मैच अपने नाम करने के बाद विनिंग कप्तान केएल राहुल ने प्लेऑफ में पहुंचने का सफर और अब तक के अपने अनुभव को सभी के साथ शेयर किया। केएल राहुल ने केकेआर के साथ मैच खेलने पर कहा, की ऐसे मैच खेलने के लिए उन्हे ज्यादा कीमत मिल चाहिए।

आगे उन्होंने कहा, की इतने सारे खेल नही हुए है, जो आखरी गेंद तक गए हो। हां अगर कोई आखरी ओवर तक गया तो इतना करीब नही गया। लीग चरण के आखिरी गेम को खत्म करने का अच्छा तरीका है। इसे शानदार खेल बनाने का श्रेय दोनों टीमों को जाता है। मैं यह नहीं कह सकता कि हमने अपनी नसों को बेहतर रखा क्योंकि यह तीन रनों का मामला था।

लेकिन स्टोइनिस के लिए अंत में योजना को अंजाम देना शानदार था। हमें पता था कि केकेआर मुश्किल में आने वाला है। केएल राहुल ने कहा कि हम जानते थे कि केकेआर हम पर कड़ा प्रहार करेगा, इसका श्रेय उन्हें जाता है क्योंकि वे अच्छे शॉट खेलते रहे। टाइमआउट के दौरान केवल बात यह थी कि आप अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदों का समर्थन करें।

जिस क्षण हम योजनाओं से दूर हो गए, वह बल्लेबाजों के लिए आसान हो गया। हमारे लिए अच्छी सीख। इस तरह की जीत टीम को एक साथ रखने में मदद करती है। मैं आज आखिरी कुछ ओवरों में दर्शक था। डी कॉक गेंद को इतनी कुरकुरी और सफाई से प्रहार कर रहे थे। आगे राहुल ने बताया, की खेल हमे ये याद दिलाता है, की आप इसे किसी भी स्तर पर घुमा सकते है। मैं आज आखरी के कुछ ओवरों में मात्र एक दर्शक था।

इस पूरे सीजन में डी कॉक ने जबरदस्त पारियों को अंजाम दिया है। हमारे हारने वाले कुछ मैचों में हमारी कमी ये थी, की जिसके पास खेल का अच्छा अनुभव था, वे खेल ही नही जिता पा रहे थे। लेकिन आज ये देखकर बेहद खुशी हुई की डी कॉक किस तरह से आखिर तक बल्लेबाजी में डटे रहे और आगे बढ़ते रहे। लुइस द्वारा लिया गया वह कैच शानदार था।

उनका हाथ बाहर की ओर आया, हालाकि हाल ही में वे पेट के कुछ समस्याओं से जूझ रहे है। राहुल ने आगे बताया, की कुछ खेलो में हमारी कमी थी, की जो लोग अच्छे दिन बिता रहे थे, वे खेल में वापसी नहीं कर पा रहे थे। 30 और 40 के दशक प्राप्त करने वाले लोगो को हमे 80 और 90 के दशक में लाना था।

और उन्होंने ठीक वैसा ही किया। हर किसी ने एकतरफा प्रदर्शन किया। लुइस के कैच ने काफी कमाल किया। क्योंकि वे पिछले कुछ समय से पेट की कुछ समस्याओं से परेशानी के चलते टीम से अंदर बाहर भी हो रहे है। आज बल्लेबाजी करने नही आए। लेकिन आप अपने खिलाडियों से यही उम्मीद रखते है, की कुछ भी हो लेकिन उनकी तरफ से हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। मोहसिन की बात करे, तो उन्होंने पिछले कुछ खेलो से हमारे लिए बेहद खूबसूरत पारियां खेली है। उनके पास कौशल है। लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण बात ये है, की उस कौशल का इस्तेमाल कब और कैसे करना चाहिए ये उन्हे बखूबी पता है। और उनकी ये खूबी जल्द ही उन्हे भारतीय टीम में नीली जर्सी पहन कर खेलते हुए नजर आयेगे।