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लोकल ट्रेन से रोज ढाई घंटे का सफर कर क्रिकेटर बनीं झूलन, 1997 के विश्वकप फाइनल ने बदला जीवन

जैसे जैसे क्रिकेट का खेल बढ़ रहा है वैसे वैसे महिला क्रिकेट के प्रति भी रुचि बढ़ती जा रही है । बता दे पिछले कुछ सालों में महिला क्रिकेट भी समय के साथ उन्नति करते जा रहे है । आज के समय महिला क्रिकेट के प्रति भी क्रिकेट दर्शकों की रुचि बढ़ चुकी है।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी पहले के मुकाबले इस समय काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है । भारतीय टीम में इस समय कई सारे प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी मिली है जो इस समय इंटरनेशनल स्तर पर काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है ।

बता दे भारत में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने वाली दो खिलाड़ी थी जिनका नाम झूलन गोस्वामी और मिथली राज है ।

आज हम इस पोस्ट में आपको झूलन गोस्वामी के लाइफस्टाइल के बारे में बात करने वाले है । तो आइए जानते है वर्ल्ड के सर्वाधिक विकेट लेने वाले महिला क्रिकेटर के बारे में …

बता दे पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी का जन्म 1982 में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में हुआ था । उनके माता पिता मध्यमवर्ग परिवार से थे। बता दे झूलन गोस्वामी को पहले क्रिकेट से ज्यादा फुटबॉल में रुचि थी । उन्हे क्रिकेट की रुचि 1992 वर्ल्ड कप टीवी में देखने के बाद हुई थी ।

बता दे इसके बाद 1997 में हुई वूमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच जो कोलकाता में हुआ था उसमे उन्हें बॉलगर्ल का काम मिला था । बताया जाता है कि वर्ल्ड कप विजेता ऑस्ट्रेलिया के विक्ट्री सेलिब्रेशन को देखकर ही झूलन गोस्वामी के मन में भारत के लिए वर्ल्ड कप में खेलना का सपना देखा था।

लगातार मेहनत करने के बाद उन्हें आखिर में साल 2002 में टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला । इसके बाद वो लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार करती गई और उन्हें भारतीय टीम में लगातार मौका मिलता गई ।

बता दे झूलन गोस्वामी को साल 2007 में महिला बेस्ट क्रिकेटर का अवार्ड मिला , इसके अलावा वो कई बार वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर वन पर भी रह चुकी है।

बता दे उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज खेलने के बाद क्रिकेट के सारे फॉर्मेट से सन्यास लेने का एलान कर दिया था ।