हरिवंश राय बच्चन के कविता कोशिश करने वालो की हार नही होती ये आप सभी को याद होगी ही उनका ये कविता पाकिस्तान महिला टीम के पूर्व कप्तान बिस्माह मारूफ पर सटीक साबित होती है ।
जी हां पाकिस्तान की पूर्व कप्तान एक समय क्रिकेट करियर खत्म होने के कगार पर आ गया था मगर उनके क्रिकेट खेलने के उत्साह न उन्हे फिर एक बार क्रिकेट के मैदान पर वापस लेकर आ गया।
आज हम आपको इस लेख में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बिस्माह मारूफ के संघर्ष के बारे में आपको बताने वाले है ।पाकिस्तान की पूर्व कप्तान इसी महीने खत्म हुए टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के तरफ से शानदार बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाई थी ।
मगर उनके क्रिकेट करियर में एक समय ऐसा भी था जब उन्हें क्रिकेट हो हमेशा के लिए छोड़ना को कह दिया गया था ।साल 2018 में एक ऐसा समय आया था जब वो पाकिस्तान महिला टीम के साथ प्रैक्टिस के दौरान उन्हें सब कुछ धुंधला नजर आ रहा था जिसके कारण उनके टीम के डॉक्टर ने उन्हें सर्जरी के लिए बोला था।
उनके टीम द्वारा बताया जाता है कि खिलाड़ी की साइनस की समस्या उनके दिमाग से जुड़ी हुई थी जो लाइफ के लिए खतरनाक भी हो सकती थी।
सर्जरी सफलतापूर्वक होने के बावजूद भी खिलाड़ी को कई तरह के समस्या से गुजरना पड़ा था जिसके कारण उन्होंने कुछ समय पहले आईसीसी को बयान दिया था जिसमे कहा था , “ये काफी चुनौतीपूर्ण था.
सर्जरी के बाद मुझे दवाइयां लेनी थी. मेरी आंखों पर असर पड़ रहा था. ऐसे में मुझे मैदान पर लौटने में समय लगा.ये काफी निराशाजनक था. एक समय पर मुझे लगा था कि मैं कभी क्रिकेट मैदान पर नहीं लौट पाऊंगी.”