आईपीएल की नई टीम गुजरात टाइटंस के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड की बीसीसीआई ने जमकर आलोचना की है, साथ ही उन्हे फटकार भी लगाई है। जिसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह है।
दरअसल दोस्तो 19 मई गुरुवार की शाम गुजरात टाइटंस और आरसीबी के बीच आईपीएल का 67वा मुकाबला खेला गया, जो की काफी जबरदस्त रहा। इस मुकाबले में गुजरात टाइटंस टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही थी, और मैथ्यू वेड बल्लेबाजी करने के बाद जब वे आउट होकर पवेलियन जा रहे थे।
तब ड्रेसिंग रूम में जाने के बाद उन्होंने वहां तोड़फोड़ की, जो आईपीएल आचार संहिता का उलंघन करना है। बता दे, की इस मुकाबले में मैथ्यू वेड को एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया गया था, जिससे वे काफी नाराज थे, और उनकी ये नाराजगी ड्रेसिंग रूम में भी देखने मिली।
उनकी इसी हरकत से नाराज हुए बीसीसीआई अधिकारियों ने उन्हे आईपीएल आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के तहत लेवल 1 का दोषी करार पाया है। हालाकि इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने अपनी गलती स्वीकार भी कर ली है।
बता दे, की गुजरात और आरसीबी के बीच खेले जा रहे इस मैच में बल्लेबाजी करने आए मैथ्यू वेड ने अपनी टीम को शानदार शुरुवात दिलाई, जहां इन्होंने 13 गेंदे खेलते हुए 2 चौकों और 1 छक्के की मदद से 16 रन हासिल किए।
लेकिन इस दौरान जब ग्लेन मैक्सवेल गेंदबाजी करने आए तो उनके सामने मैथ्यू वेड का बल्ला बोल ही नहीं पाया, और मैथ्यू को एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन जाना पड़ा। ये पूरा वाक्या गुजरात टाइटंस की पारी के दौरान देखने मिला। जहां आरसीबी की तरफ से ग्लेन मैक्सवेल को छ्ठे ओवर की जिम्मेदारी दी गई। जिस ओवर की दूसरी गेंद पर मैथ्यू वेड ने स्वीप शॉट खेलने की कोशिश की।
लेकिन गेंद, बल्ले को हल्का सा किनारा छूकर पैड पर लगी और ऑन साइड में जा पहुंची। जिसके बाद मैथ्यू रन लेने दौड़े। लेकिन ग्लेन मैक्सवेल ने आउट की अपील की और अंपायर ने उन्हे आउट करार भी दिया। हालाकि जब अंपायर ने उन्हे आउट करार दिया तब मैथ्यू वेड ने अपने लिए डीआरएस भी लिया।
क्योंकि उन्हे पूरा यकीन था की गेंद पैड पर लगने से पहले बल्ले पर लगी है। वही रिव्यू के बाद थर्ड अंपायर ने देखा, की गेंद और बल्ले का थोड़ा सा संपर्क हुआ है, लेकिन अल्ट्रा रेज में किसी प्रकार की कोई हरकत देखने नही मिली। इसलिए अंपायर ने उन्हे एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया।
इसलिए मैथ्यू वेड काफी नाराज दिखाई दिए, और ड्रेसिंग रूम में घातक तारिक से अपना गुस्सा निकाला। जिसके चलते बीसीसीआई ने उन्हे फटकार लगाई।