सूर्यकुमार यादव ने भारत के लिए काफी अहम पारिया खेली है जहां उन्होंने भारत को कई मुक़ाबले जीतवाए है और अहम रोल अदा किया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उन्होंने भारत के लिए 32 वर्ष की उम्र मे डेब्यू किया था जहाँ कई खिलाड़ी इस मकर तक रिटायरमेंट लेने के लिए आते है।
उन्होने अपना कैरियर इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया था जहां उन्होंने पहलेही गेंद पर जोफरा आर्चर के बाउंसर को फाइन लेग में तरफ एक लाजवाब छक्का मारा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वो रणजी में मुम्बई की टीम के लिए खेलते है जहां उन्होंने काफी सालो तक मुम्बई के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
जब मुम्बई के काफी खीलडी भारतीय टीम में चुने जा चुके थे तब सुर्या को टीम का कप्तान बनाया गया था लेकिन उन्होंने कुछ समय बाद कप्तानी छोड़ दी थी।
लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी जब उन्हें टीम में जगह नही मिल रही थी तब वनकाफी ज्यादा निराश थे और वो क्रिकेट से दूर जाने का सोच रहे थे।
हालांकि 2016 में उनकी शादी शनि देव सुर्या से हुई और उनकी पत्नी ने उनका हौसला बना कर रखा जहां और उन्होंने ही सुर्या को हमेशा सकारात्मक रखा।
सुर्या एक काफी साधारण परिवार से आते है जहां उनकी माता जो कि सपना यादव एक हाउस वाइफ है वही उनके पिता एक वज्ञानिक है।
सुर्या के तरफ ज्यादा तर बच्चो का झुकाब पढ़ाई के क्षेत्र में है और इसी कारण शरुआती दिनों में उन्हें काफी ताने सुनने पड़े थे।
सुर्या की अब स्तिथि काफी अच्छी है जहां वो अभी टी20 में नंबर एक बल्लेबाज़ है और हर तरीके से टीम की मदद कर रहे है और काफी बेहतरिन फॉर्म में नज़र आ रहे है।